
उत्तराखंड पुलिस की बड़ी कामयाबी: चमोली से 25 साल से फरार हत्या आरोपी सुरेश शर्मा को झारखंड से किया गिरफ्तार।
चमोली : उत्तराखंड पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने 25 वर्षों से फरार चल रहे हत्या आरोपी सुरेश शर्मा को झारखंड के जमशेदपुर से गिरफ्तार कर लिया है। सुरेश शर्मा पर 2 लाख रुपये का इनाम घोषित था।
सुरेश शर्मा ने 28 अप्रैल 1999 को तीर्थनगरी बद्रीनाथ में डीजीसी बालकृष्ण भट्ट की सरेआम चाकू से गोदकर हत्या कर दी थी। इस मामले में सुरेश शर्मा को गिरफ्तार किया गया था, लेकिन वह जमानत पर छूट गया था। बाद में उसकी जमानत खारिज हो गई और वह फरार हो गया था।
उत्तराखंड पुलिस की एसटीएफ ने सुरेश शर्मा की गिरफ्तारी के लिए एक टीम का गठन किया था। टीम ने महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल और झारखंड में उसकी तलाश की और अंततः उसे जमशेदपुर से गिरफ्तार कर लिया गया।
सुरेश शर्मा ने पूछताछ में बताया कि वह अपने रिश्तेदारों के यहां मुंबई चला गया था और बाद में कोलकाता में कपड़ों का व्यापार करने लगा था। लॉकडाउन के बाद से वह एक रग मेटल ट्रेडिंग कंपनी का व्यवसाय कर रहा था।
उत्तराखंड पुलिस की एसटीएफ ने सुरेश शर्मा की गिरफ्तारी के लिए एक टीम का गठन किया था, जिसमें निम्नलिखित अधिकारी शामिल थे:
1. निरीक्षक श्री अबुल कलाम, एसटीएफ
2. उपनिरीक्षक श्री विघादत्त जोशी, एसटीएफ
3. उ0नि0 नवनीत भण्डारी, जनपद चमोली
4. हे0का0 संजय कुमार, एसटीएफ
5. का0 मोहन असवाल, एसटीएफ
6. का0 जितेन्द्र कुमार, एसटीएफ
इसके अलावा, मैनुअल और तकनीकी सहयोग के लिए निम्नलिखित टीम ने भी महत्वपूर्ण योगदान दिया:
1. उ0नि0 यादविंदर सिंह बाजवा
2. अपर उप. नि. संजय मेहरोत्रा
3. हे0का0 स्व0 श्री वेद प्रकाश भट्ट (पूर्व नियुक्ति एसटीएफ)
4. हे0का0 महेंद्र सिंह नेगी
5. हे0का0 बृजेंद्र चौहान
6. हे0का0 श्रवण कुमार, सी0सी0पी0एस0
7. का० गोविंद वल्लभ
उत्तराखंड पुलिस की इस कामयाबी के लिए एसटीएफ की टीम को पुलिस महानिदेशक,उत्तराखण्ड, दीपम सेठ ने बधाई दी।