चमोली : श्री बद्रीनाथ जी के अभिषेक के लिए पिरोये जाने वाला तिलों का तेल व् गाडू घड़ा तेल परम्परा को लेकर नरेन्द्रनगर स्थित राजमहल में श्री बद्रीनाथ जी के अभिषेक के लिए राजमहल में पौराणिक परंपरा अनुसार, पूजा अर्चना करने के पश्चात, टिहरी की सांसद व महारानी राज्य लक्ष्मी शाह की अगुवाई में नगर की सुहागिन महिलाओं द्वारा पीला वस्त्र धारण कर मूसल व सिलबट्टे से तिलों का तेल पिरोया गया ।
इस तेल का प्रयोग अगले छ महा तक बदरीनाथ धाम में अखंड जोत जलाने और भगवान के लेपन में किया जाएगा। और राजमहल से गाडू घड़ा कलश यात्रा को बदरीनाथ धाम के लिए रवाना किया गया।
यह कलश यात्रा ऋषिकेश, देवप्रयाग, श्रीनगर, रुद्रप्रयाग, कर्णप्रयाग, डिम्मर विभिन्न पड़ावों से होते हुए 11 मई शाम को बदरीनाथ धाम पहुंच जायेगी। 12 मई को कपाट खुलने के अवसर पर गाडू घड़ा के तिलों के तेल से भगवान बदरीविशाल का छह माह तक यात्रा काल में अभिषेक किया जायेगा। इस तेल से अखंड जोत भी जलती रहेगी। बता दें कि श्री बदरीनाथ धाम के कपाट 12 मई को प्रातः6 बजे विधि-विधान से खुल जायेंगे।