
देहरादून: उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में मिली कांग्रेस को करारी हार के बाद कांग्रेस नेताओं को अपनी ही अंतर कलह के बीच विरोध का सामना करना पड़ रहा है। इस दौर में नेता एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं तो वहीं दूसरी ओर बीजेपी ने उत्तराखंड में सरकार रिपीट कर राज्य बनने के बाद एक बड़ा मिथक भी तोड़ दिया हैं,इससे पूर्व एक बार बीजेपी और एक बार कांग्रेस रिपीट होती थी लेकिन इस बार बीजेपी ने दोबारा सरकार बना कर इतिहास बना दिया है।
तो वहीं कांग्रेस को अपनी आपसी गुटबाजी के चक्कर में इस बार विपक्ष में ही रहना पड़ेगा। अब कांग्रेस में इस बार नेता प्रतिपक्ष को लेकर कांग्रेस के नेताओं के बीच आपसी घमासान तेज हो गया है।जहां नेता प्रतिपक्ष की दौड़ में प्रीतम सिंह प्रबल दावेदार माने जा रहे हैं तो वहीं दूसरी ओर धारचूला से विधायक हरीश धामी ने भी नेता प्रतिपक्ष को लेकर अपनी दावेदारी पेश की है। बद्रीनाथ से पूर्व मंत्री और वर्तमान में जीत कर आए राजेंद्र भंडारी का नाम भी चर्चाओं में हैं..
विधायक राजेंद्र भंडारी ने भी नेता प्रतिपक्ष के लिए अपनी दावेदारी पेश की है इस बार जनता ने उत्तराखंड में बीजेपी को 47 सीटें और कांग्रेस को 19 सीटें दी हैं अब देखना है कि कॉन्ग्रेस किसको इस बार नेता प्रतिपक्ष बनाती है यह तो आने वाला वक्त बताएगा लेकिन जिस प्रकार से पहले मुख्यमंत्री को लेकर कांग्रेस में घमासान मचा रहा और अब नेता प्रतिपक्ष को लेकर कांग्रेस पार्टी में घमासान मचा है अब देखना है कि कांग्रेस पार्टी किसको अपना नेता प्रतिपक्ष बनाती है।