जिलाधिकारी संदीप तिवारी ने जल संवर्धन एवं संरक्षण कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी संदीप तिवारी ने जल संवर्धन एवं संरक्षण कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए।
चमोली : जिलाधिकारी संदीप तिवारी ने शुक्रवार को स्प्रिंग एवं रिवर रिजुविनेशन प्राधिकरण (SARRA) की बैठक लेते हुए सारा के अंतर्गत प्रस्तावित कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने जल स्रोतों, नदियों, सहायक नदियों व जलाशयों के जल संरक्षण व संवर्धन के कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए।
मुख्य निर्देश
1. जल स्रोतों की मैपिंग करना: जिलाधिकारी ने सिंचाई, पेयजल एवं वन विभाग को निर्देशित किया कि जल संवर्धन कार्यो के लिए चिन्हित सभी जल स्रोतों की मैपिंग की जाए।
2. वन क्षेत्र में स्थित जल स्रोतों के संवर्धन: वन विभाग और राजस्व क्षेत्र में स्थित स्रोतों के संवर्धन हेतु पेयजल विभाग को निर्देश दिए गए।
3. योजनाओं के प्रस्ताव: एक करोड़ तक की योजनाओं के प्रस्ताव स्वीकृति के लिए जिला स्तर पर गठित समिति को उपलब्ध करें, जबकि एक करोड़ से अधिक की योजनाओं के प्रस्ताव राज्य स्तरीय कमेटी को भेजे जाएंगे।
4. क्षेत्र विशेष की आवश्यकताओं: क्षेत्र विशेष की आवश्यकताओं के अनुरूप विभागीय योजनाओं और स्थानीय लोगों के सहयोग से जल स्रोत और जल संरक्षण कार्यो का क्रियान्वयन किया जाएगा।
बैठक में चर्चित विषय
1. स्प्रिंगशेड एंड रिवर रिजुवनेशन अथॉरिटी (सारा) के अंतर्गत जिला स्तर पर प्राकृतिक जल स्रोतों के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए कार्ययोजना तैयार की जा रही है।
2. जल संस्थान व जल निगम द्वारा जनपद में 87 जल स्रोत को चिन्हित किया गया है, जिसमें से 78 जल स्रोत वन क्षेत्र में है।
3. सिंचाई एवं लघु सिंचाई विभाग द्वारा 20 सहायक नदियों को चिन्हित किया गया है, जिसमें से 06 योजनाओं के आगणन तैयार कर लिए गए हैं।
4. कैच द रैन कार्यक्रम के अंतर्गत जिले में प्लांटेशन, 1.43 लाख ट्रेंच निर्माण, 1351 चाल-खाल, 4752 चेकडैम एवं 936 अन्य जल संग्रहण संरचनाओं के निर्माण का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
बैठक में उपस्थित मुख्य विकास अधिकारी नंदन कुमार,
ईई जल संस्थान एसके श्रीवास्तव,अधिशासी अभियंता सिंचाई अरविन्द सिंह नेगी,केदारनाथ एवं बद्रीनाथ डिवीजन के एसडीओ सहित वर्चुअल माध्यम से सभी संबंधित अधिकारी मौजूद थे ।