दुःखद घटना: एनआईएम के बेसिक और एडवांस कोर्स करने गए माउंटनियरिंग प्रशिक्षकों की मौत, 10 शव बरामद…

उत्तराखंड : उत्तरकाशी से जो खबर आ रही है, वह दिल दहलाने वाली है। यहां एनआईएम के बेसिक और एडवांस कोर्स करने गए देशभर के करीब 29 से ज्यादा प्रशिक्षुओं और प्रशिक्षकों की जान खतरे में है। एवलांच की चपेट में आने से 10 मृतकों के शव बरामद कर लिए हैं। बाकी लापता की खोजबीन जारी है। एनआईएम के प्रिंसिपल ने अभी तक 10 शवों को बरामद करने की बात कही है। अभी सर्च एंड रेस्क्यू चल रहा है। इधर, देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने घटना पर बेहद दुख जाहिर किया है।
राज्य आपदा प्राधिकरण अनुसार नेहरू इंस्टीट्यूट ऑफ माउंटेनियरिंग, उत्तरकाशी के पर्वतारोहण प्रशिक्षण ले रहे 29 व्यक्ति भागीरथी नदी की एक सहायक नदी दीनगाड़ क्षेत्र में डोकराणी बामक ग्लेशियर में हिमस्खलन से मुसीबत में फंस गए थे। यहां एवलांच की दरारों में हिमस्खल से द्रौपदी के डांडा की तरफ वाले ग्लेशियर में हुआ है। इस दौरान एनआईएम के दो पर्वतारोहण कोर्स बेसिक और एडवांस के 122 प्रशिक्षुओं के अलावा 25 एनआईएम अधिकारी कथित तौर पर वहां मौजूद थे। अधिकारियों का कहना है कि हिमस्खलन ने एडवांस पर्वतारोहण कोर्स के (44 प्रशिक्षुओं और 09 प्रशिक्षकों) के व्यक्तियों को चपेट में लिया है।
इसकी सूचना एनआईएम ने जिला प्रशासन और सरकार को दी है। अभी खोज और बचाव कार्य किया जा रहा है। एसडीआरएफ राज्य की एक टीम पहले ही दुर्घटनास्थल पर पहुंच चुकी है। घायल व्यक्तियों को चिकित्सा देखभाल के लिए निकालने के लिए भारतीय वायु सेना और नागरिक उड्डयन हेलिकॉप्टरों को भी कार्रवाई में लगाया गया है। ताजा बर्फ, बड़े पैमाने पर दरारें और हादसे वाले स्थान तक पहुंच एक बड़ी चुनौती है। यह क्षेत्र भटवाड़ी के आगे पड़ता है। यहां तक पैदल पहुंचना कठिन है।
एनआईएम ने कंट्रोल रूम किया शुरू
प्रशिक्षुओं और प्रशिक्षकों के बारे में विवरण एनआईएम नियंत्रण कक्ष से 7060717717 और 9997254854 पर प्राप्त किया जा सकता है।