चमोली : बॉर्डर एरिया और नीती मलारी घाटी को जोड़ने वाला वैली ब्रिज पर बीआरओ द्वारा तेजी से
निर्माण का कार्य किया जा रहा है इस में बीआरओ के तीन दर्जन से अधिक टैक्नीशियन,इंजीनियर,अधिकारी व मज़दूर वैली ब्रिज के कार्य में जुटे हुए हैं ।
बीआरओ के लेफ्टिनेंट कर्नल भूषण का कहना है कि जैसे ही वैली ब्रिज का समान यहाँ पे पहुँचा उसके बाद से बीआरओ की टीम द्वारा दिन रात एक करके वैली ब्रिज बनाने के कार्य में जुटे हुए हैं ताकि बॉर्डर एरिया में भारतीय सेना को जल्द से जल्द रसद सामग्री ले जाने में सुविधा हो सके और साथ ही माइग्रेट वाले लोगों को भी आने जाने में सुविधा हो सके ।
लेफ्टिनेंट कर्नल भूषण का यह भी कहना है कि कल 2 जून यह वैली व्रिज बन के तैयार हो जाएगा और इस में गाड़ियाँ दौड़नी शुरू हो जायेंगी ।
पिछले माह 16 अप्रैल को वैली ब्रिज टूट गया था
जिसके बाद से बॉर्डर एरिया ,नीती घाटी का संपर्क मुख्य धारा से टूट गया है। यह ब्रिज बॉर्डर एरिया नीती घाटी तक पहुंचने का एकमात्र मार्ग है ब्रिज के टूट जाने से आवाजाही ठप हो गई थी लेकिन बीआरओ के लेफ्टिनेंट कर्नल भूषण का कहना है कि अब वैली ब्रिज 2 जून को बन कर तैयार हो जाएगा ।



